इंग्लैंड बनाम जिम्बाब्वे टेस्ट मैच 2025 (England vs Zimbabwe 4-Day Test Match): क्यों ये मुकाबला 5 नहीं बल्कि 4 दिन का खेला जा रहा है? जानिए पूरे नियम
हाइलाइट्स:
- इंग्लैंड और जिम्बाब्वे के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच की शुरुआत
- 2003 के बाद दोनों देशों की पहली टेस्ट भिड़ंत
- 5 दिन नहीं, 4 दिन में निपटेगा मुकाबला – नियमों में बड़ा बदलाव
- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का हिस्सा नहीं है यह मैच
इंग्लैंड-जिम्बाब्वे टेस्ट मैच 2025: क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास
क्रिकेट की दुनिया में एक नई ऐतिहासिक झलक देखने को मिल रही है। इंग्लैंड बनाम जिम्बाब्वे टेस्ट मैच 2025 की शुरुआत 22 मई से हो चुकी है, लेकिन इस मुकाबले की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पारंपरिक 5 दिनों की बजाय 4 दिन में खेला जा रहा है। यह टेस्ट मैच ICC World Test Championship का हिस्सा नहीं है, लेकिन इसके बावजूद यह क्रिकेट के रोमांच को एक नई दिशा दे रहा है।
क्यों खेला जा रहा है चार दिवसीय टेस्ट मैच?
टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी और शुरुआती वर्षों में तीन, चार और यहां तक कि छह दिवसीय टेस्ट मैच भी खेले जाते थे। हालांकि, पिछले कुछ दशकों से 5-दिवसीय टेस्ट क्रिकेट का मानक बन चुका है।
लेकिन 2017 में, ICC ने छोटे देशों और नई टीमों को टेस्ट मैचों में बढ़ावा देने के उद्देश्य से चार दिवसीय टेस्ट मैच की अनुमति दी। तब साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे के बीच पोर्ट एलिजाबेथ में 4 दिन का मुकाबला खेला गया था। उसके बाद इंग्लैंड ने 2019 में आयरलैंड के खिलाफ 4 दिवसीय टेस्ट खेला था।
अब 2025 में, इंग्लैंड एक बार फिर जिम्बाब्वे के खिलाफ 4 दिवसीय टेस्ट मैच खेल रहा है, जो दोनों टीमों के बीच 2003 के बाद पहला टेस्ट मुकाबला है।
चार दिवसीय टेस्ट मैच के नियमों में क्या होता है बदलाव?
चार दिवसीय टेस्ट मैच में कई नियम पारंपरिक टेस्ट मैचों से अलग होते हैं, जिनमें ओवर, समय सीमा और फॉलो-ऑन जैसे नियमों में प्रमुख बदलाव देखे जाते हैं।
1. ओवर की संख्या:
- 5 दिन के टेस्ट मैच में: प्रतिदिन 90 ओवर फेंके जाते हैं (कुल 450 ओवर)
- 4 दिन के टेस्ट मैच में: प्रतिदिन 98 ओवर फेंके जाते हैं (कुल 392 ओवर)
2. फॉलो-ऑन का नियम:
- पारंपरिक टेस्ट में: 200 रनों की लीड पर फॉलो-ऑन लागू होता है।
- चार दिवसीय टेस्ट में: केवल 150 रन की बढ़त पर ही फॉलो-ऑन लागू हो सकता है।
3. खेल का समय:
- 5 दिन का टेस्ट: एक दिन में 6 घंटे का खेल और अतिरिक्त समय का विकल्प।
- 4 दिन का टेस्ट: एक दिन में 6.5 घंटे का खेल, जिसमें 30 मिनट अतिरिक्त समय जोड़ा जा सकता है।
4. सेशन की लंबाई:
- पारंपरिक टेस्ट में: एक दिन में तीन सत्र, हर सत्र करीब 2 घंटे का।
- चार दिवसीय टेस्ट में: सत्र बढ़ाकर 3 घंटे का कर दिया गया है ताकि समय की भरपाई हो सके।
क्या 4 दिवसीय टेस्ट मैच भविष्य का फॉर्मेट बन सकता है?
टाइम मैनेजमेंट, ब्रॉडकास्टिंग शेड्यूल, और दर्शकों की बदलती रुचि को ध्यान में रखते हुए ICC भविष्य में 4 दिवसीय टेस्ट को एक संभावित विकल्प मान सकता है। हालांकि, क्रिकेट के पारंपरिक प्रेमियों के लिए 5 दिन का टेस्ट ही असली रोमांच की परिभाषा है।
क्या बदलेगा टेस्ट क्रिकेट का चेहरा?
इंग्लैंड और जिम्बाब्वे का यह चार दिवसीय टेस्ट मैच ना सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि यह टेस्ट क्रिकेट के भविष्य की दिशा भी तय कर सकता है। जहां एक ओर यह छोटे बोर्ड्स के लिए राहत का विकल्प है, वहीं यह टीवी व्यूअरशिप, डिजिटल मीडिया ब्रॉडकास्टिंग, और क्रिकेट इंगेजमेंट बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम बन सकता है।