FASTag New Toll Policy 2025: फास्टैग को लेकर बड़ा बदलाव, अब ₹3000 में पूरे साल फ्री ट्रैवल!
अगर आप भी रोज़ाना हाईवे पर सफर करते हैं या अक्सर कार से लंबी यात्रा करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है। केंद्र सरकार टोल वसूली प्रणाली में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी कर रही है। इस बदलाव का मकसद है – भारत में ट्रैवल को और भी सुविधाजनक, तेज और डिजिटल बनाना।
क्या है फास्टैग की नई टोल पॉलिसी?
सरकार की नई प्रस्तावित टोल पॉलिसी के तहत FASTag यूजर्स को अब दो विकल्प दिए जाएंगे:
1. सालाना पास सिर्फ ₹3000 में
अब ₹3000 सालाना देकर आप पूरे साल देशभर के नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और एक्सप्रेसवे पर अनलिमिटेड ट्रैवल कर सकेंगे। यानी अब बार-बार FASTag रिचार्ज करवाने की जरूरत नहीं होगी। यह विकल्प फ्रीक्वेंट ट्रैवलर्स के लिए शानदार साबित हो सकता है।
2. पे-पर-यूज़: दूरी के अनुसार टोल
अगर आप कभी-कभार ही हाईवे पर सफर करते हैं, तो आपके लिए बेहतर विकल्प है डिस्टेंस बेस्ड पेमेंट। इसमें प्रत्येक 100 किलोमीटर की यात्रा के लिए ₹50 का भुगतान करना होगा। यानी जितना ट्रैवल, उतना भुगतान।
पुराना FASTag अकाउंट भी रहेगा मान्य
यदि आप पहले से FASTag का उपयोग कर रहे हैं तो अच्छी खबर है – आपको किसी नए दस्तावेज़ या रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। आप अपने मौजूदा FASTag अकाउंट से ही इस नई योजना का लाभ उठा सकेंगे। साथ ही सरकार ने वह पुरानी योजना भी रद्द कर दी है जिसमें ₹30,000 देकर 15 साल का ‘लाइफटाइम फास्टैग’ लेने का विकल्प था।
बैरियर-फ्री टोल सिस्टम: अब नहीं रुकना पड़ेगा
इस पॉलिसी का सबसे बड़ा और आकर्षक पहलू है – बिना बैरियर वाला टोल सिस्टम। यानी अब टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार का इरादा है कि मौजूदा सेंसर-बेस्ड सिस्टम को धीरे-धीरे हटाकर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) जैसी आधुनिक तकनीक अपनाई जाए। इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम कम होगा, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी और सफर भी पहले से कहीं ज़्यादा स्मूद बनेगा।
नया टोल सिस्टम क्यों है खास?
नया टोल सिस्टम कई मायनों में खास है क्योंकि यह न केवल समय की बचत करता है, बल्कि ईंधन की खपत को भी कम करता है। इस प्रणाली के तहत टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे यात्रियों का समय बचेगा और वाहन बिना रुकावट आगे बढ़ सकेंगे, जिससे पेट्रोल-डीजल की बचत होगी। इसके अलावा, हर यात्रा का डिजिटल रिकॉर्ड उपलब्ध रहेगा, जिससे ट्रैकिंग आसान हो जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि यह प्रणाली पारदर्शिता लाएगी और अनावश्यक चार्जिंग या किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से राहत दिलाएगी।
उपभोक्ता क्या करें?
यदि आप पहले से FASTag यूजर हैं, तो नए टोल सिस्टम के लिए आपको केवल अपने FASTag ऐप या संबंधित बैंक से अपडेट लेना होगा। नए उपयोगकर्ताओं के लिए सिंगल विंडो के माध्यम से FASTag जारी करने की प्रक्रिया को और सरल बनाया जा रहा है, जिससे वे बिना किसी परेशानी के इसे प्राप्त कर सकें। जल्द ही MyFASTag ऐप में भी यह नया विकल्प लाइव कर दिया जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को इस सुविधा का सीधा लाभ मिल सकेगा।
नई टोल नीति भारत के डिजिटल ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ आम यात्रियों को राहत मिलेगी बल्कि इकोनॉमी, ट्रैफिक मैनेजमेंट और एनवायरनमेंट के लिए भी यह एक क्रांतिकारी पहल साबित हो सकती है।
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