FD में पैसा दोगुना करने के लिए कितना समय चाहिए? जानिए पूरी गणना आसान भाषा में
नई दिल्ली: भारत में निवेशकों के बीच Fixed Deposit (FD) आज भी सबसे लोकप्रिय और सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है। जब लोग अपने पैसे को सुरक्षित तरीके से बढ़ाना चाहते हैं, तो सबसे पहले उनके मन में FD का ही ख्याल आता है। लेकिन अक्सर एक सवाल उठता है – “FD में पैसा दोगुना करने में कितना समय लगता है?” इस सवाल का जवाब जानने से पहले FD के मूलभूत गणित को समझना जरूरी है।
’72 का नियम’ – दोगुनी रकम का आसान फॉर्मूला
FD में पैसा कितने साल में दोगुना होगा, इसका अंदाजा लगाने के लिए एक बहुत ही सरल और प्रभावी गणितीय नियम है, जिसे ‘72 का नियम’ कहा जाता है। इस नियम के अनुसार:
पैसा दोगुना करने का समय (वर्षों में) = 72 ÷ ब्याज दर (% में)
उदाहरण:
यदि कोई बैंक आपको FD पर 7% सालाना ब्याज दे रहा है, तो:
72 ÷ 7 = लगभग 10.29 साल
यानि, आपके द्वारा जमा की गई राशि लगभग 10 साल 4 महीने में दोगुनी हो जाएगी।
अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों के अनुसार तुलना
बैंक का नाम | ब्याज दर (सालाना) | पैसा दोगुना होने में समय |
---|---|---|
SBI (स्टेट बैंक) | 6.50% | लगभग 11.07 साल |
HDFC बैंक | 7.00% | लगभग 10.29 साल |
ICICI बैंक | 6.75% | लगभग 10.67 साल |
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट | 7.40% | लगभग 9.72 साल |
नोट: ये ब्याज दरें समय-समय पर बदलती रहती हैं। निवेश से पहले संबंधित बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से नवीनतम जानकारी अवश्य लें।
FD में निवेश करते समय किन बातों का रखें ध्यान?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना जरूरी होता है। सबसे पहले, ब्याज दर की तुलना करें – अलग-अलग बैंकों और NBFCs (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं, इसलिए बेहतर रिटर्न के लिए तुलना करना आवश्यक है। इसके साथ ही, कर लाभ (Tax Benefit) पर भी ध्यान दें – कुछ एफडी योजनाएं, जैसे 5 साल की टैक्स सेविंग FD, आयकर की धारा 80C के तहत टैक्स छूट देती हैं। निवेश से होने वाली आय पर TDS कटौती भी एक अहम पहलू है – यदि सालाना ब्याज ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से अधिक है, तो बैंक TDS काटता है। अंत में, मियाद का चयन सोच-समझकर करें – आपकी वित्तीय जरूरतों के अनुसार FD की अवधि 1 साल, 3 साल या 5 साल जैसी हो सकती है।
क्या FD ही पैसा दोगुना करने का सबसे अच्छा तरीका है?
FD एक कम जोखिम वाला निवेश है, लेकिन इसकी रिटर्न दर सीमित होती है। अगर आपका लक्ष्य सिर्फ पूंजी की सुरक्षा है, तो FD एक अच्छा विकल्प है। लेकिन यदि आप तेजी से पैसा दोगुना करना चाहते हैं और थोड़ा जोखिम लेने को तैयार हैं, तो म्यूचुअल फंड, SIP, स्टॉक मार्केट जैसे विकल्प बेहतर साबित हो सकते हैं।
सवाल जो अक्सर पूछे जाते हैं (FAQs)
प्र1. क्या FD में कंपाउंडिंग होती है?
हाँ, अधिकांश FD स्कीम्स में कंपाउंड इंटरेस्ट होता है – यानी ब्याज पर भी ब्याज मिलता है।
प्र2. क्या सीनियर सिटीजन्स को ज्यादा ब्याज मिलता है?
जी हाँ, वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर 0.25% से 0.75% तक अधिक ब्याज दर मिलती है।
प्र3. क्या FD में प्रीमैच्योर निकासी संभव है?
हाँ, लेकिन इसके लिए कुछ जुर्माना शुल्क लिया जाता है और ब्याज दर घट सकती है।
FD में पैसा दोगुना करने का समय पूरी तरह ब्याज दर पर निर्भर करता है। ’72 का नियम’ अपनाकर आप बहुत ही सरल तरीके से यह अनुमान लगा सकते हैं कि आपकी राशि कितने वर्षों में दोगुनी होगी। अगर आपका निवेश उद्देश्य सुरक्षा और स्थिर रिटर्न है, तो FD एक बेहतरीन विकल्प है। लेकिन तेजी से संपत्ति बढ़ाने के लिए आपको वैकल्पिक निवेश विकल्पों की भी जानकारी लेनी चाहिए।
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