Stock Market Crash Today: सेंसेक्स 800 अंक टूटा, निफ्टी 24,700 के नीचे जानिए 5 बड़ी वजहें

Stock Market Crash Today: सेंसेक्स 800 अंक टूटा, निफ्टी 24,700 के नीचे जानिए 5 बड़ी वजहें

Stock Market Crash Today: शेयर बाजार में 800 अंकों की गिरावट, निफ्टी 24,700 के नीचे: जानिए गिरावट की 5 बड़ी वजहें

20 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) लगभग 800 अंक टूट गया जबकि निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 24,700 के नीचे चला गया। यह गिरावट सिर्फ बड़ी कंपनियों तक सीमित नहीं रही, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी 1% तक की गिरावट दर्ज की गई। आइए जानते हैं इसके पीछे के पांच प्रमुख कारणों को विस्तार से।

1. भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर अनिश्चितता

भारतीय शेयर बाजार में आई गिरावट का एक मुख्य कारण है भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता (Trade Negotiations) को लेकर अनिश्चितता। जहां चीन और ब्रिटेन ने अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण व्यापारिक समझौते कर लिए हैं, वहीं भारत अब तक स्पष्ट दिशा में नहीं बढ़ पाया है।

निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक कोई ठोस समझौता सामने नहीं आता, बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। इसके चलते निवेशकों ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है, जिससे बाजार में बिकवाली बढ़ गई है।

2. शेयर बाजार में ऊँचे मूल्यांकन का दबाव

फिलहाल निफ्टी का P/E रेशियो 22.3 है जो कि पिछले 6 महीनों में सबसे अधिक है और इसके दो वर्ष के औसत (22.2) से भी ऊपर है। इसका मतलब यह है कि भारतीय बाजार इस समय मूल्यांकन के लिहाज़ से महंगा है।

जब बाजार में वैल्यूएशन अधिक होता है, तो निवेशकों को कम रिटर्न की आशंका रहती है और वे मुनाफावसूली के लिए स्टॉक्स को बेचने लगते हैं।

3. अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में कटौती

हाल ही में Moody’s ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को एक स्तर घटाकर ‘Aa1’ कर दिया है। इसकी वजह अमेरिका का बढ़ता कर्ज और राजनीतिक अस्थिरता बताई गई है।

यह खबर वैश्विक बाजारों के लिए झटका साबित हुई, जिससे निवेशकों की भावनाओं पर नकारात्मक असर पड़ा। भारत जैसे उभरते बाजारों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ा, क्योंकि अमेरिका का बाजार वैश्विक वित्तीय ढांचे में केंद्रीय भूमिका निभाता है।

4. ताजा सकारात्मक संकेतों की कमी

शेयर बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए समय-समय पर सकारात्मक ट्रिगर्स की आवश्यकता होती है। लेकिन हाल के दिनों में न तो कोई बड़ी सकारात्मक खबर आई है और न ही तगड़ा कॉर्पोरेट परिणाम।

Q4 GDP आंकड़ों और RBI व US Fed की आगामी नीति बैठकों का इंतजार है। जब तक ये महत्वपूर्ण आर्थिक घटनाएं सामने नहीं आतीं, बाजार में रेंजबाउंड या नकारात्मक रुख बना रह सकता है।

5. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की सतर्कता

19 मई को विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से करीब ₹525.95 करोड़ की निकासी की। इसका कारण है — उच्च वैल्यूएशन, अमेरिका से व्यापार समझौते में देरी और चीन की ओर आकर्षण

हाल ही में चीन ने ब्याज दरों में कटौती की है और अमेरिका के साथ डील भी की है, जिससे कुछ विदेशी पूंजी वहाँ शिफ्ट हो रही है। यह भले ही अस्थायी स्थिति हो, लेकिन इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर देखने को मिला है।

Stock Market Crash Today: सेंसेक्स 800 अंक टूटा, निफ्टी 24,700 के नीचे जानिए 5 बड़ी वजहें

निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?

वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे लॉन्ग टर्म निवेश की सोच रखें और बाजार में गिरावट के दौरान घबराने की बजाय बुनियादी मजबूत कंपनियों में निवेश करें। साथ ही, छोटे और मिडकैप स्टॉक्स में फिलहाल सतर्कता बरतना उचित रहेगा।

निवेश से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।

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