सैलरी अकाउंट पर कितना लोन मिल सकता है? जानिए पूरी जानकारी एक जगह
(Salary Account Loan Limit in India – Complete Hindi Guide)
नई दिल्ली: आज के दौर में लगभग हर नौकरीपेशा व्यक्ति के पास एक सैलरी अकाउंट होता है। यह सिर्फ वेतन प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली वित्तीय टूल बन चुका है। बैंक अब सैलरी अकाउंट होल्डर्स को त्वरित और आसान लोन भी प्रदान करते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है — आखिर सैलरी अकाउंट पर कितना लोन मिल सकता है?
इस सवाल का सीधा उत्तर आपके वेतन, बैंकिंग इतिहास और जिस बैंक में अकाउंट है, उस पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं विस्तार से:
सैलरी अकाउंट पर मिलने वाले लोन के प्रकार
- पर्सनल लोन (Personal Loan):
यह सबसे आम विकल्प है जो सैलरी अकाउंट धारकों को मिलता है। बैंक बिना किसी गारंटी के यह लोन प्रदान करते हैं। इसका उपयोग आप मेडिकल इमरजेंसी, वेडिंग, ट्रैवल या किसी भी व्यक्तिगत ज़रूरत के लिए कर सकते हैं। - ओवरड्राफ्ट सुविधा (Overdraft Facility):
कुछ बैंक सैलरी अकाउंट पर ओवरड्राफ्ट लिमिट सेट करते हैं। इसका अर्थ है कि आप अपने अकाउंट में उपलब्ध राशि से अधिक खर्च कर सकते हैं। इस पर ब्याज केवल उपयोग की गई राशि पर लगता है। - इंस्टैंट लोन (Pre-approved Loan):
अगर आपका बैंकिंग रिकॉर्ड अच्छा है और नियमित वेतन आ रहा है, तो आपको पहले से मंजूर (pre-approved) लोन की सुविधा मिल सकती है।
कितना लोन मिल सकता है सैलरी अकाउंट पर?
लोन राशि आमतौर पर आपकी सैलरी पर निर्भर करती है। सामान्यतः बैंक आपकी मासिक सैलरी का 10 से 24 गुना तक पर्सनल लोन प्रदान कर सकते हैं। उदाहरण:
- अगर आपकी सैलरी ₹30,000 प्रति माह है, तो आपको ₹3 लाख से ₹7 लाख तक का लोन मिल सकता है।
- हाई सैलरी वालों को ₹10 लाख या उससे अधिक तक का लोन भी मिल सकता है।
बैंक कुछ प्रमुख मानदंडों के आधार पर लोन की राशि तय करते हैं:
मापदंड | प्रभाव |
---|---|
मासिक वेतन | जितनी अधिक सैलरी, उतना अधिक लोन |
क्रेडिट स्कोर | 750+ स्कोर वालों को बेहतर ऑफर |
नौकरी की स्थिरता | स्थायी नौकरी या MNC में कार्यरत व्यक्ति को प्राथमिकता |
कार्य अनुभव | अधिक अनुभव = बेहतर भरोसा बैंक को |
बैंकिंग संबंध | पुराने और एक्टिव ग्राहक को विशेष लाभ |
कुछ प्रमुख बैंकों की सैलरी अकाउंट लोन सीमा (2025 अनुमान)
बैंक का नाम | मिनिमम सैलरी | मैक्स लोन अमाउंट |
---|---|---|
SBI | ₹20,000 | ₹20 लाख तक |
HDFC Bank | ₹25,000 | ₹40 लाख तक |
ICICI Bank | ₹25,000 | ₹20 लाख तक |
Axis Bank | ₹20,000 | ₹15 लाख तक |
(नोट: यह आंकड़े बैंकों की नीति और समय के अनुसार बदल सकते हैं।)
जरूरी दस्तावेज़ क्या होते हैं?
लोन आवेदन करते समय कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है, जिनके बिना लोन प्रोसेस पूरा नहीं हो सकता। इनमें सबसे पहले आता है पहचान पत्र, जिसमें आप आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर ID में से कोई एक दे सकते हैं। इसके अलावा, एड्रेस प्रूफ देना भी जरूरी होता है, जिससे आपके वर्तमान पते की पुष्टि हो सके। सैलरी स्लिप (पिछले 3 महीने की) और बैंक स्टेटमेंट (कम से कम 6 महीने की) आपकी इनकम और फाइनेंशियल स्थिति को दर्शाते हैं, जो लोन अप्रूवल में अहम भूमिका निभाते हैं। साथ ही, अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको कंपनी का ID कार्ड भी देना होता है ताकि आपकी जॉब वेरिफिकेशन हो सके।
लोन लेने से पहले रखें ये बातें ध्यान में:
लोन लेने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में आर्थिक बोझ न बढ़े। सबसे पहले, लोन की EMI आपकी मासिक सैलरी का 40-50% से अधिक नहीं होनी चाहिए, वरना आपकी बाकी ज़रूरतें प्रभावित हो सकती हैं। साथ ही, ब्याज दरों की अच्छी तरह तुलना करें, क्योंकि यह आमतौर पर 10% से 24% तक हो सकती है और इससे आपकी कुल चुकौती राशि पर बड़ा असर पड़ता है। अंत में, समय पर भुगतान करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसमें चूक होने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है, जिससे भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो सकता है।
सैलरी अकाउंट पर मिलने वाला लोन आज के समय में एक बड़ी सहूलियत बन चुका है, खासकर तब जब किसी आपातकालीन परिस्थिति में तुरंत पैसे की ज़रूरत होती है। लेकिन यह जरूरी है कि आप अपनी वित्तीय क्षमता को समझकर ही लोन लें, ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।
यदि आप समय पर EMI चुका सकते हैं और एक स्थिर नौकरी में हैं, तो आपका सैलरी अकाउंट आपको एक भरोसेमंद वित्तीय साथी की तरह लोन प्रदान कर सकता है।
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